राजस्थान के प्रमुख लोकदेवता

 वीर तेजाजी (राजस्थान के प्रमुख लोकदेवता)
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1. जाट वंश में जन्म हुआ। जन्म तिथि- माघ शुक्ला चतुर्दशी वि.स. 1130 को।


2. जन्म स्थान खरनाल (नागौर) है। माता -राजकुंवर, पिता - ताहड़ जी


3. कार्यक्षेत्र हाडौती क्षेत्र रहा है।


4. तेजाजी अजमेर क्षेत्र में लोकप्रिय है।


5. इन्हें जाटों का अराध्य देव कहते है।


6. उपनाम - कृषि कार्यो का उपकारक देवता, गायों का मुक्ति दाता, काला व बाला का देवता।


7. अजमेर में इनको धोलियावीर के नाम से जानते है।


8. इनके पुजारी घोडला कहलाते है।


9. इनकी घोडी का नाम लीलण (सिंणगारी) था।


10. परबत सर (नागौर) में " भाद्र शुक्ल दशमी " को इनका मेला आयोजित होता है।


11. भाद्र शुक्ल दशमी को तेजा दशमी भी कहते है।


12. सैदरिया- यहां तेजाजी का नाग देवता ने डसा था।


13. सुरसरा (किशनगढ़ अजमेर) यहां तेजाजी वीर गति को प्राप्त हुए।


14. तेजाजी के मेले के साथ-साथ राज्य स्तरीय वीरतेजाजी पशु मेला आयोजित होता है।


15. इस मेले से राज्य सरकार को सर्वाधिक आय प्राप्त होती है।


16. लाछां गुजरी की गायों को मेर के मीणाओं से छुडाने के लिए संघर्ष किया व वीर गति को प्राप्त हुए।


17. प्रतीक चिन्ह - हाथ में तलवार लिए अश्वारोही।


18. अन्य - पुमुख स्थल - ब्यावर, सैन्दरिया, भावन्ता, सुरसरा।



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