राजस्थान की प्रमुख मंडियां

राजस्थान की मंडियां
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖



 1. जीरा मंडी -- मेडता सिटी (नागौर)


2. सतरा मंडी -- भवानी मंडी (झालावाड)


3. कीन्नू व माल्टा मंडी -- गंगानगर


4. प्याज मंडी -- अलवर


5. अमरूद मंडी -- सवाई माधोपुर


6. ईसबगोल (घोडाजीरा) मंडी -- भीनमाल (जालौर)


7. मूंगफली मंडी -- बीकानेर


8. धनिया मंडी -- रामगंज (कोटा)


9. फूल मंडी -- अजमेर


10. मेहंदी मंडी -- सोजत (पाली)


11. लहसून मंडी -- छीपा बाडौद (बांरा)


12. अखगंधा मंडी -- झालरापाटन (झालावाड)


13. टमाटर मंडी -- बस्सी (जयपुर)


14. मिर्च मंडी -- टोंक


15. मटर (बसेडी) -- बसेड़ी (जयपुर)


16. टिण्डा मंडी -- शाहपुरा (जयपुर)


17. सोनामुखी मंडी -- सोजत (पाली)


18. आंवला मंडी -- चोमू (जयपुर)


राजस्थान में प्रथम निजी क्षेत्र की कृषि मण्डी कैथून (कोटा) में आस्टेªलिया की ए.डब्लू.पी. कंपनी द्वारा स्थापित की गई है।


राजस्थान में सर्वाधिक गुलाब का उत्पादन पुष्कर (अजमेर) में होता है। वहां का ROSE INDIA गुलाब अत्यधिक प्रसिद्ध है। राजस्थान मे चेती या दशमक गुलाब की खेती खमनौगर (राजसमंद) में होती है।


1. रतनजोत- सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाडा


2. अफीम- चित्तौडगढ़, कोटा, झालावाड


3. सोयाबीन - झालावाड़, कोटा, बांरा


हरित क्रांति


1. नारमन. ए. बोरलोग नामक कृषि वैज्ञानिक ने शुरू की 1966 में भारत में इसकी शुरूआत एम.एस. स्वामीनाथन ने की।


श्वेत क्रांति


1. भारत में इसकी शुरूआत वर्गीज कुरियन द्वारा 1970 में की गई। इस क्रांति को "आॅपरेशन फ्लड" भी कहते है। डाॅ वर्गीज कुरियन अमूल डेयरी के संस्थापक भी है। जिसका मुख्यालय गुजरात को आनंद जिला है।


2. राज्य में संविदा खेती 11 जून 2004 में प्रारम्भ हुई


3. जालौर -समग्र मादक पदार्थो उत्पादन की दृष्टि से प्रथम स्थान पर है।


Previous
Next Post »