प्रश्न_1 अलाउद्दीन खिलजी ने राजस्थान के किस राज्य के विरूद्ध सैनिक अभियान एक दासी 'गुलबिहिस्त' के नेतृत्व में भेजा ?
उत्तर- जालौर
व्याख्या -
■ उस समय जालौर पर चौहान वंश के प्रतापी शासक 'कान्हड़देव' का शासन था , जिसके पुत्र का नाम 'वीरमदेव' था
■ वीरमदेव से अलाउद्दीन खिलजी की पुत्री 'फिरोजा' प्रेम करती थी लेकिन कान्हड़देव ने इस विवाह से इन्कार कर दिया
■ तब अलाउद्दीन खिलजी ने फिरोजा की एक दासी गुलबिहिस्त के नेतृत्व में एक सेना भेजी
■ वीरमदेव युद्ध में मारा जाता है तथा फिरोजा यमुना नदी में कूद जाती है
■ इस प्रेम कहानी का जन्मदाता 'मुहणौत नैणसी है !
प्रश्न_2 बीकानेर का वह शासक, जिसने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई?
उत्तर - महाराजा गंगासिंह
व्याख्या -
■ बीकानेर महाराजा गंगासिंह ने अपनी शिक्षा मैयो काॅलेज अजमेर में प्राप्त की
■ प्रथम विश्व युद्ध के दौरान महाराजा गंगासिंह ने 'बीकानेर कैमल वाहिनी' द्वारा फ्रांस, मिस्र एवं फिलिस्तान में मित्र राष्ट्रों की सहायता की
■ 1919 ई. में सम्पन्न पेरिस शांति सम्मेलन में महाराजा गंगासिंह ने भारत का प्रतिनिधित्व किया
■ लंदन में आयोजित तीनों गोलमेज सम्मेलन में भी महाराजा गंगासिंह ने हिस्सा लिया !
प्रश्न_3 उदयसिंह के साथ चितौड़ छोड़ने के पश्चात 'पन्ना' को किस स्थान पर आश्रय प्राप्त हो सका ?
उत्तर - कुम्भलगढ
व्याख्या -
■ पन्ना का जन्म माताजी की पण्डोली गाँव (चितौड़गढ) में हुआ
■ पन्ना उदयसिंह की धाय माँ थी , जब दासी पुत्र बनवीर उदयसिंह को मारने आया तो पन्ना ने अपने पुत्र चन्दन का बलिदान करके उदयसिंह को बचाया
■ पन्ना ने उदयसिंह को कुम्भलगढ के किलेदार आशा देवपुरा के पास भेज दिया !
प्रश्न_4 अजमेर के किस शासक को चौहान शिलालेखों में 'मतंगा' कहा गया है ?
उत्तर - विग्रहराज द्वितीय
व्याख्या -
■ विग्रहराज द्वितीय प्रारम्भिक चौहान शासकों में सबसे प्रतापी शासक था
■ इसके समय अंकित 'हर्षनाथ अभिलेख' (973ई.) में उसके शासनकाल की विस्तृत जानकारी मिलती है
■ विग्रहराज द्वितीय ने गुजरात के चालुक्य शासक मूलराज प्रथम को पराजित करके कन्थादुर्ग में शरण लेने को विवश किया
■ विग्रहराज द्वितीय ने भृगकच्छ (भड़ौच) में अपनी कुलदेवी 'आशापुरी देवी' का मन्दिर बनवाया
■ विग्रहराज द्वितीय ने हर्षनाथ मन्दिर को क्षत्रचर व शंकरक नामक गाँव दान में दिए !
प्रश्न_5 'भटवाड़ा का युद्ध ' कब हुआ ?
उत्तर - 1761ई.
व्याख्या -
■ जयपुर के राजा माधोसिंह व कोटा के राजा शत्रुसाल के मध्य रणथम्भौर पर आधिपत्य को लेकर 1761ई. में 'भटवाड़ा का युद्ध ' हुआ
■ इस युद्ध में कोटा राज्य की विजय हुई
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