बैराठ सभ्यता


1. जिला - जयपुर


2. नदी - बाणगंगा


3. समय - 600 ईसा पुर्व से 1 ईस्वी


4. काल - लौह युगीन


5. खोजकत्र्ता/ उत्खनन कर्ता - 1935 - 36 दयाराम साहनी


6. प्रमुख स्थल - बीजक की पहाड़ी, भीम की डुंगरी, महादेव जी डुंगरी


विशेषता


1. महाजन पद संस्कृति के साक्ष्य(600 ईसा पुर्व से 322 ईसा पुर्व तक)


*मत्स्य जनपद की राजधानी - विराटनगर


*(मत्स्य जनपद - जयपुर, अलवर, भरतपुर)


*विराटनगर - बैराठ का प्राचीन नाम है।


2. महाभारत संस्कृति के साक्ष्य


*पाण्डुओं ने अपने 1 वर्ष का अज्ञातवास विराटनगर के राजा विराट के यहां व्यतित किया था।


3. बौद्धधर्म के साक्ष्य मिले हैं।


*बैराठ से हमें एक गोलाकार बौद्ध मठ मिला है।


4. मौर्य संस्कृति के साक्ष्य मिले हैं।


*मौर्य समाज - 322 ईसा पुर्व से 184 ईसा पुर्व


*सम्राट अशोक का भाब्रु शिलालेख बैराठ से मिला है।


*भाब्रु शिलालेख की खोज - 1837 कैप्टन बर्ट


*इसकी भाषा - प्राकृत भाषा


* लिपी - ब्राह्मणी


*वर्तमान में भाब्रु शिलालेख कोलकत्ता के संग्रहालय में सुरक्षित है।


5. हिन्द - युनानी संस्कृति के साक्ष्य मिले है।


*यहां से 36 चांदी के सिक्के प्राप्त हुए हैं 36 में से 28 सिक्के हिन्द - युनानी राजाओं के है। 28 में से 16 सिक्के मिनेण्डर राजा(प्रसिद्ध हिन्द - युनानी राजा) के मिले हैं।


*शेष 8 सिक्के प्राचीन भारत के सिक्के आहत(पंचमार्क) है।



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