★★ अलाउद्दीन खिलजी से सम्बन्धित महत्वपूर्ण कथन---
💁♂अलाउद्दीन खिलजी को ' विश्व का सुल्तान ', 'युग का विजेता ', 'जनता का चरवाहा ' किसने कहा- अमीर खुसरो
💁♂"अलाउद्दीन के देवता तुल्य सूर्य से पृथ्वी अत्याचारों से मुक्त हो गई "- जोधपुर संस्कृत अभिलेख
💁♂ मोहम्मद हबीब ने कहा कि " मध्यकालीन भारत के राजनीतिक इतिहास की शुरुआत अलाउद्दीन खिलजी से होती है ।"
💁♂"अलाउद्दीन खिलजी भारत का पहला मुसलमान सम्राट था।" -एस आर शर्मा
💁♂ "अलाउद्दीन को भारत का पहला तुर्की सम्राट मानते हुए इसकी तुलना जर्मनी के बिस्मार्क से करते हैं ।"-आशीर्वाद लाल श्रीवास्तव
💁♂ " अलाउद्दीन खिलजी के साथ ' सल्तनत का साम्राज्यवाद ' शुरू होता है ।"बुल्जले हेग
💁♂"अलाउद्दीन का शासनकाल लज्जा पूर्ण था।"- स्मिथ
★★"अलाउद्दीन अशिक्षित था।"-जियाउद्दीन बरनी ने कहा है
💁♂ "अलाउद्दीन सुल्तान बनने के बाद व्यक्तिगत रूप से पढ़ना शुरू किया और फारसी सीखा था ।"- फरिश्ता
💁♂अलाउद्दीन खिलजी ने कहा कि-" यद्यपि मैने कुरान नहीं पढ़ा है नहीं कभी रोजा रखता हूं ना ही कभी शुक्रवार की नमाज में शामिल होता हूं फिर भी मैं सच्चा मुसलमान हूं।" By गजानंद सर
💁♂"बाजार व्यवस्था के माध्यम से अलाउद्दीन खिलजी ने सारे देश का खून निकालकर राजधानी का पेट भरा था ।"-एस. आर. राय
💁♂" फिरऔन ( मिस्र का शासक ) जितना निरपराध रक्त बहाने के लिए दोषी ठहराया गया उससे भी कहीं ज्यादा निरपराध रक्त अलाउद्दीन खिलजी ने बहाया था।"- जियाउद्दीन बरनी
💁♂अलाउद्दीन खिलजी को ' सल्तनत काल का समुद्रगुप्त ' कहा - स्टैनले लेनपुल
💁♂अलाउद्दीन का समकालीन संत शेख वशीर ने कहा कि - "अलाउद्दीन खिलजी का साम्राज्य का आधार स्थाई नहीं था।
💁♂जियाउद्दीन बरनी अलाउद्दीन खिलजी की बाजार नियंत्रण व्यवस्था के बारे में कहता है कि-" मंगोलों के हमले रोकने के लिए अलाउद्दीन खिलजी ने एक बड़ी सेना रखी थी। दूसरे उसे इस सेना व सैनिकों को कम वेतन पर जीवित भी रखना था। अतः इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु वस्तुओं के मूल्य को नियंत्रित करने थे जिसकी पूर्ति बाजार व्यवस्था के माध्यम से की।"
💁♂" बाजारों पर अलाउद्दीन के नियंत्रण का प्रमुख कारण हिंदुओं को दंड देना था क्योंकि अधिकांश व्यापारी हिंदू थे।"- जियाउद्दीन बरनी
★★"अलाउद्दीन की बाजार नियंत्रण व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य जनता को राहत पहुंचाना था ।"-अमीर खुसरो
💁♂" जनता को सुख पहुंचाने के लिए अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार व्यवस्था की शुरुआत की।" शेख नसीरुद्दीन
💁♂अलाउद्दीन खिलजी की भू-राजस्व व्यवस्था को ' ग्रामीण क्रांति' के रूप में परिभाषित किया।- मोहम्मद हबीब ने
💁♂ " अलाउद्दीन ने भू-राजस्व नगदी के रूप मे बसूला उसके काल में कोई भी भुनभुनाने या शोर मचाने की हिम्मत नहीं कर सकता था ।" अलाउद्दीन की भू-राजस्व वसूली के बारे में यह किसने कहा है।- शम्स सिराज अफीफ
💁♂" अलाउद्दीन खिलजी का मकसद कमजोरों पर ताकतवरों के करों का बोझ पड़ने से रोकना था।" जमींदारों से उनके अधिकार छीनने संबंधी अलाउद्दीन के मकसद सम्बंधित यह कथन किसने कहा 👉जियाउद्दीन बरनी....