1. कलकत्ता बंदरगाह (डायमंड हार्बर)
नदी बंदरगाह (हुगली नदी पर स्थित)- इससे दक्षिण पूर्वी एशिया, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड के लिये आयात-निर्यात होता हैं।
2. हल्दिया:-- कलकत्ता बंदरगाह के दक्षिण में हुगली नदी पर कलकत्ता के भार को कमकरने हेतु बनाया गया। यहां तेलशोधन कारखाना भी हैं।
3. पाराद्विप (प्रदीप बंदरगाह):-- उड़ीसा, इससे लौह-अयस्क व कोयला का निर्यात होगा।
4. विशाखापट्टनम:-- आंध्रप्रदेश, भारत का सबसे गहरा बंदरगाह। कच्चा तेल व पेट्रोलियमउत्पादन हेतु प्रसिद्ध।
5. चैन्नई:-- तमिलनाडु में, भारत का दूसरा सबसे बड़ा यातायात घनत्व वाला बंदरगाह और भारत का सबसे पुराना कृत्रिम बंदरगाह। उर्वरक खनिज, लौह, पैट्रोलियम उत्पादन व्यापार हेतु प्रसिद्ध।
6. तूतीकोरिन (थीरूवियोचिदंबनाथ):-- तमिलनाडु के दक्षिण तट पर स्थित (पूर्वी तट पर)
7. कोचीन:-- केरल में स्थित प्राकृतिक बंदरगाह।
चाय, कॉफी व मसालों के निर्यात के लिये प्रसिद्ध।
8. न्यू मंगलोर:-- कर्नाटक में, लौह अयस्क का आयात-निर्यात,कुद्रमुख की खान से लोहा इसी बंदरगाह से निर्यात होता हैं।
9. मर्मगोवा:-- गोवा में स्थित
10. न्हावाशोवा:-- जवाहरलाल नेहरू (महाराष्ट्र में स्थित), शुष्क सामाग्री के व्यापार हेतु प्रसिद्ध।- नई तकनीकी हेतु प्रसिद्ध (मुम्बई का भार कम करने हेतु)
11. मुम्बई (द्विप):-- पश्चिमी तट का सबसे बड़ा प्राकृतिक बंदरगाह।
सर्वाधिक आयात करने वाला बंदरगाह (भारत का 20% व्यापार यही से)।- पैट्रोल व शुष्क निर्मित सामग्री।
12. कांडला:-- ज्वारीय बंदरगाह, प्राकृतिक।
कच्चा तेल, पैट्रोल, खाद्य तेल, नमक, कपास
13. पोर्ट ब्लेयर:-- अंडमान निकोबार।
2010 में तेरहवें बंदरगाह के रूप में मान्यता