राजस्थान की जलवायु

 राजस्थान की जलवायु : महत्वपूर्ण तथ्य 
(Climate of Rajasthan: Important facts) 


राजस्थान-की-जलवायु


किसी क्षेत्र के मौसम की औसत दशाओं को जलवायु कहा जाता है 


✔️ राजस्थान का दक्षिणी भाग कच्छ की खाड़ी (Gulf of Kutch) से 225 किलोमीटर की दूरी पर, अरब सागर (Arabian Sea) से लगभग 400 किलोमीटर तथा समुद्रतल (Sea level) से लगभग 370 मीटर ऊँचाई पर अवस्थित है 


✔️ राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी भाग की जलवायु गर्म व सूखी है, पूर्वी भाग सम है तथा दक्षिणी भाग गर्म एंव तर दोनों है 


✔️ राजस्थान भारत में जल की सबसे अधिक कमी वाला राज्य है । 


✔️ राज्य में सर्वाधिक वर्षा वागड़ क्षेत्र (Wagad region) में होती है ।


✔️ शष्क और गर्म पवनों को राज्य में "लू' ("Lu")कहा जाता है । 


✔️ राज्य के सबसे नजदीक स्थित अरब सागर है ।


✔️ कषि आयोग (Agricultural commission) ने राज्य के 12 जिलों को अकाल से ग्रस्त माना है ।


✔️ राज्य को पाँच जलवायु प्रदेशों में विभाजित किया गया है ।


✔️ राज्य में सर्वप्रथम अरब सागरीय मानसून की शाखा, खम्भात की खाड़ी का मानसून प्रवेश करता है, (लगभग 18 जून को) जबकि राज्य में सर्वाधिक वर्षा अरब सागरीय मानसून की शाखा बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) से होती है। 


✔️ राजस्थान में होने वाली 90 प्रतिशत वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसूनी हवाओं से होती है । 


✔️ राज्य में सर्वाधिक वर्षा जुलाई(July), अगस्त(August) माह में होती है।


✔️ मई-जून के महिने में सूर्य राज्य के बांसवाड़ा (Banswara) जिले में लम्बवत चमकता है ।


✔️ राज्य में सर्वाधिक वर्षा वाला जिला झालावाड़ (Jhalawar) (100 से.मी.)है, जबकि न्यूनतम वर्षा वाला जिला जैसलमेर (Jaisalmer) है। 


✔️ राज्य में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी भाग में होती है, जबकि न्यूनतम वर्षा पश्चिमी भाग में होती है ।


✔️ राज्य में सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान माउन्ट आबू (Maunt Abu, Sirohi) (सिरोही) है, जबकि न्यूनतम वर्षा वाला स्थान जोधपुर (Jodhpur) जिले में स्थित फलौदी (Falodi) है ।


✔️ राज्य का सर्वाधिक वार्षिक तापान्तर वाला जिला चुरू (Churu) है । राज्य का सबसे ठंडा एवं गर्म जिला चुरू है । 


✔️ सर्दियों में भुमध्य सागरीय चक्रवातों (Mediterranean cyclones) से होने वाली वर्षा को मावठ (Maavath) कहा जाता है ।


✔️ राज्य का सर्वाधिक आर्द्र स्थान सिरोही जिले में स्थित चन्द्रावती (Chandravati)  है जबकि राज्य का सर्वाधिक आर्द्र जिला झालावाड़ है, एवं राज्य का सर्वाधिक शुष्क स्थान फलौदी है । 


✔️ वाष्पोत्सर्जन (Transpiration) की सर्वाधिक दर जैसलमेर में व न्यूनतम डूंगरपुर (Dungarpur) और बांसवाड़ा (Banswara) की है । 


✔️ समुद्रतल से प्रति 165 मीटर उपर जाने पर औसत तापमान में 1 सेन्टीग्रेड़ की कमी आती है ।


✔️ मानसुन शब्द की उत्पत्ति अरबी शब्द "मौसूम' से हुई है जिसका अर्थ प्रचलित पवनों से है । जिनकी दिशा में समय के साथ परिवर्तन होता है । 


✔️ राजस्थान में मानसुन दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ता है, ओर इसी दिशा में वर्षा की मात्रा में कमी आती है।


✔️  सर्वाधिक राजस्थान में वर्षा दक्षिणी-पूर्वी क्षेत्र में होती है । 


✔️ कषोभ मण्डल (Troposphere) के उपरी परतों में क्षोभ सीमा के समीप अत्यधिक तीव्र गति से चलने वाली हवाओं को जेटस्ट्रीम (Jetstream)  कहा जाता है । जेटस्ट्रीम शब्द का विश्व में सर्वप्रथम प्रयोग 1947 में सी.जी. राँसवी द्वारा किया गया था । 


✔️ पर्वी राजस्थान सेन्ड-स्टोन (Sand stone) के कारण गर्म रहता है । जबकि पश्चिमी राजस्थान के गर्म होने का कारण इस क्षेत्र में पायी जाने वाली रेत है।


✔️ राज्य का सबसे ठण्डा क्षेत्र चन्द्रावती (सिरोही) है । जो समुद्र तल से ऊचाई के कारण ठण्डा रहता है ।


✔️ मरूस्थलीय क्षेत्रों में गर्मी के मौसम में बनने वाले लघु चक्रवातों को वज्र (Thunderbolt) कहा जाता है, एवं इसको परिणामस्वरूप मरूस्थल में होने वाली वर्षा को वजात (Vajat) कहा जाता है 


✔️ दीपावली बाद राज्य में गुलाबी सर्दी (Pink winter) प्रारम्भ होती है । सबसे छोटा दिन, सबसे ठण्डा दिन व सबसे लम्बी रात 22 दिसम्बर होता है । 


✔️ सबसे गर्म दिन, सबसे लम्बा दिन व सबसे छोटी रात 21 जून होता है । ✔️ सर्वाधिक ठण्डा महीना जनवरी है व सबसे गर्म महीना जून है । दिन व रात बराबर 21 मार्च व 23 सितम्बर को होता हैं।



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