– “संस्कृति” (Culture) अथवा “सभ्यता” (Civilization) से क्या तात्पर्य होता है? – “संस्कृति” शब्द का प्रयोग प्राय: प्राचीन वस्तुओं के ऐसे समूह के लिए किया जाता है जो एक विशिष्ट शैली के होते हैं और प्राय: एक साथ एक विशेष भौगोलिक क्षेत्र एवं काल-खण्ड से सम्बन्धित पाए जाते हैं (उदाहरण के लिए सिंधु घाटी सभ्यता की विशिष्ट वस्तुएँ अफगानिस्तान, जम्मू, बलूचिस्तान व गुजरात जैसे परस्पर दूरस्थ स्थानों से मिलीं लेकिन इनका कालखण्ड तथा शैली समान होने के कारण इन्हें एक संस्कृति से सम्बद्ध माना जाता है)
– सिंधु घाटी सभ्यता (Indus Valley Civilisation) को अन्य किस नाम से भी जाना जाता है? – हड़प्पा संस्कृति अथवा हड़प्पा की सभ्यता (Harappan Civilization)
– सिंधु घाटी सभ्यता को हड़प्पा की सभ्यता के नाम से क्यों पुकारा जाता है? – क्योंकि हड़प्पा इस संस्कृति के तहत खोजा गया प्रथम स्थल था और नाम रखने की परंपरा के अनुसार उसे प्राय: हड़प्पा की सभ्यता भी कहा जाता है
– मेसोपोटामिया, मिस्र और सिंधु घाटी सभ्यता में से कौन सी सभ्यता सर्वाधिक विस्तृत क्षेत्र में फैली थी? – सिंधु घाटी सभ्यता (इसका कुल क्षेत्रफल 12.5 लाख वर्ग किलोमीटर से भी बड़ा माना गया है)
– सिंधु घाटी सभ्यता का विस्तृत कालखण्ड (broader span) क्या था? – 3300 ई.पू. से 1300 ई.पू. तक
– सिंधु घाटी सभ्यता का परिपक्व कालखण्ड (mature period) क्या माना जाता है, जिस समयावधि के दौरान यह सभ्यता विकास के मामले में अपने उत्कर्ष पर पहुँच गई थी? – 2600 ई.पू. से 1900 ई.पू. तक
– सिंधु घाटी सभ्यता को किस विस्तृत समय काल खण्ड के अंतर्गत रखा जाता है? – काँस्य युग (Bronze Age)
– सिंधु घाटी सभ्यता की सर्वाधिक विशिष्ट विशेषताएं क्या थीं? – अत्यंत उच्च स्तर का नगर नियोजन, पक्की ईंटों का भरपूर प्रयोग, अत्यंत परिष्कृत नाली एवं जल निकासी व्यवस्था तथा आवासी भवनों के अलावा तमाम बड़े गैर-आवासीय भवनों का अस्तित्व
– सिंधु घाटी सभ्यता के तहत खोजी गया पहला ऐतिहासिक स्थल कौन सा था? – हड़प्पा – Harappa (वर्तमान पाकिस्तान में स्थित)
– हड़प्पा के ध्वंसावशेषों (ruins) को खोजने वाला प्रथम अंग्रेज अधिकारी कौन था? – चार्ल्स मेसन – Charles Masson (जिसने वर्ष 1842 में पहली बार इनको देखा था)
– भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (Archaeological Survey of India) के पहले महानिदेशक कौन थे जिन्होंने हड़प्पा के आसपास भारी मात्रा में ईंटों के भण्डार पाए थे? – सर एलेक्जेण्डर कनिंघम – Sir Alexander Cunningham (उन्होंने अत्यंत प्राचीन पक्की ईंटों का बड़ा भारी भण्डार वर्ष 1856 में उस समय खोजा था जब कराची से लाहौर के बीच रेलवे ट्रैक बिछाने का काम चल रहा था)
– किसे भारतीय पुरातत्वशास्त्र का पितामाह (Father of Indian Archeology) भी कहा जाता है? – सर एलेक्जेण्डर कनिंघम
– किसने हड़प्पा से प्राप्त पहली मुहर (seal) के बारे में पेपर प्रकाशित किया था जिससे इस ऐतिहासिक खोज के बारे में पूरी दुनिया को जानकारी मिली थी? – सर एलेक्जेण्डर कनिंघम (1872 से 1875 के दौरान)
– हड़प्पा की खोज के बारे में आधिकारिक घोषणा कब की गई थी? – 1921 ई. में
– हड़प्पा की आधिकारिक खोज का श्रेय प्राय: किस भारतीय पुरातत्वविद को दिया जाता है? – दया राम साहनी – Daya Ram Sahni (उन्होंने 1921 में हड़प्पा की आधिकारिक खोज की थी तथा इसमे एक अन्य पुरातत्वविद माधो सरूप वत्स (Madho Sarup Vats) ने उनका सहयोग किया था)
– 1921 में जब हड़प्पा की खोज की आधिकारिक घोषणा की गई थी तब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग का महानिदेशक कौन था? – सर जॉन हुबर्ट मार्शल (Sir John Hubert Marshall)
– हड़प्पा किस नदी के किनारे स्थित है? – रावी नदी (पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में)
– मोहनजोदड़ो (Mohenjo-daro) की आधिकारिक खोज किस वर्ष की गई थी? – 1922 ईं में
– किस भारतीय पुरातत्वविद को मोहनजोदड़ो की आधिकारिक खोज का श्रेय दिया जाता है? – राखलदान बनर्जी – Rakhaldas Banerji (उन्हें राखलदास बंदोपाध्याय के नाम से भी सम्बोधित किया जाता है)
– मोहनजोदड़ो किस नदी के किनारे स्थित है? – सिंधु नदी – Indus River (पाकिस्तान के सिंध प्रांत में)
– हड़प्पा और मोहनजोदड़ो को मिलाकर एक विस्तृत नगरीय सभ्यता यानि सिंधु घाटी सभ्यता की खोज किए जाने की आधिकारिक घोषणा सर जॉन हुबर्ट मार्शल ने किस वर्ष में की थी? – 1924