विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक वर्ष 3 मई को मनाया जाता है।
विश्व प्रेस दिवस 2021 के लिए थीम “एक सार्वजनिक सूचना के रूप में सूचना” है l
दिसंबर 1993 में यूनेस्को के आम सम्मेलन की सिफारिश के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के रूप में घोषित किया था।
इसके बाद वैश्विक स्तर पर 3 मई को प्रत्येक वर्ष विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
यह प्रेस की स्वतंत्रता और मानव के मौलिक अधिकारों के रूप में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने हेतु यह दिवस मनाया जाता है।
यूनेस्को द्वारा 1997 से प्रत्येक वर्ष 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर गिलेरमो कानो वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम प्राइज भी दिया जाता है।
यह पुरस्कार उस व्यक्ति अथवा संस्थान को दिया जाता है जिसने प्रेस की स्वतंत्रता हेतु उल्लेखनीय कार्य किया हो।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का उद्देश्य प्रेस की आजादी के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना है।
इसके अलावा प्रेस की स्वतन्त्रता और समाचारों को लोगों तक पहुंचाकर, सशक्त हो रहे मीडियाकर्मियों का व्यापक विकास करना है।
गैर-लाभकारी संगठन रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने हाल ही में विश्व प्रेस स्वतंत्रता सुचकांक, 2021 प्रकाशित किया था।
इसने 180 देशों को रैंक किया था ।
इस सूचकांक में भारत 142वें स्थान पर था।।
प्रेस की स्वतंत्रता?
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 के तहत वाक् एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गारंटी देता है।
जो वाक् एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संबंध में कुछ अधिकारों के संरक्षण से संबंधित है।
यह संविधान के अनुच्छेद 19 (1) (क) के तहत संरक्षित है, जिसमें कहा गया है – “सभी नागरिकों को वाक् एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार होगा”।