Drinking-Water-Project-Rajasthan
कंवरसेन जलोत्थान पेयजल परियोजना
(Kanvarsen Jalotshan Drinking Water Project)
✔️ इस परियोजना को बीकानेर शहर तथा परियोजना क्षेत्र के 99 गाँवों को पेयजल आपूर्ति की जा रही है । इसके लिये बिछावल, बीकानेर (Bichhawal, Bikaner) में एक विशाल पानी का टेंक बनाया गया है । इस परियोजना की लम्बाई 151.64 किलामीटर है, यह लिफ्ट परियोजना सर्वाधिक लम्बी लिफ्ट परियोजना है।
✔️ इस परियोजना का उद्घाटन 5 जूलाई 1968 को राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मोहन लाल सुखाड़िया के द्वारा किया गया । यह लिफ्ट नहर मूख्य नहर के बिछावल हैड (Bichhawal Head) से निकाली गई है । इसका प्रारम्भिक नाम बीकानेर लूणकरणसर लिफ्ट नहर (Bikaner Lunakaransar Lift Canal) था ।
✔️ यह सात लिफ्ट नहरों में प्रथम लिफ्ट नहर है । सन् 1984 में इसका नाम बदलकर कंवर सेन लिफ्ट नहर (Kanwar Sen Lift Canal) किया गया । इस परियोजना से बीकानेर तथा गंगानगर के 226 गाँवों को जलापूर्ति होती है । यह परियोजना 1976 में पुरी हुई ।
🔶 बीसलपुर परियोजना (Bisalpur Project)
✔️ यह राजस्थान की सबसे बड़ी पेयजल व बहुउद्देश्यीय परियोजना है । बीसलपुर ग्राम के समीप बनास नदी पर बाँध बनाया गया है । जिसका मुख्य उद्देश्य जयपुर, अजमेर, टोंक, व्यावर, किशनगढ़, केकड़ी व रास्ते में आने वाले शहरों कस्बों, गाँवों को पेयजल आपूर्ति करना एवं टोंक जिले के 81,800 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में सिंचाई करना है ।
✔️ बाँध की कुल भराव क्षमता 38.70 टी.एम.सी. है जिसमें 16.2 टी.एम.सी. पेयजल आपूर्ति के लिये एवं 8 टी.एम.सी. सिंचाई के लिये आरक्षित रखा गया है ।
✔️ इस परियोजना के लिये नाबार्ड के ग्रामीण आधारभूत ढाँचा विकास कोष से आर्थिक सहायता प्राप्त हो रही है । इस परियोजना की मूल लागत 657.91 करोड़ रूपये निर्धारित है ।
राजीव गाँधी लिफ्ट नहर परियोजना
(Rajiv Gandhi lift canal project)
✔️ यह परियोजना जोधपुर शहर तथा इसके आस-पास के 158 गाँवों को पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाती है जिसमें 176 किलोमीटर लम्बी नहर तथा 30 किलोमीटर लम्बी पाईप लाईन एवं पंपिग स्टेशन है ।
🔹 गधेला सहवा परियोजना (Gandela Sehwa Project)
✔️ जर्मनी की K.W.F. कम्पनी के सहयोग से यह परियोजना आपणी परियोजना (Aapanee Project) के नाम से शुरू की गई है इससे चुरू जिले के 175 गाँवों को पेयजल आपूर्ति की जा रही है ।
🔶 परोजेक्ट जलधारा (Project stream)
✔️ इस परियोजना का निर्माण स्टील किंग लक्ष्मी निवास मित्तल द्वारा करवाया जा रहा है, इससे चुरू जिले के 166 गाँवों को इन्दिरा गाँधी नहर परियोजना से पेयजल आपूर्ति की जायेगी ।
🔹अन्य परियोजनाएँ
1. सावनभादो परियोजना ➡️ कोटा
2. ओरई परियोजना ➡️ चित्तौड़गढ़
3. खोखुन्दा परियोजना ➡️ भीलवाड़ा
4. सरेरी बाँध परियोजना ➡️ भीलवाड़ा
5. मेजा बाँध परियोजना ➡️ भीलवाड़ा
6. अड़वान बाँध परियोजना ➡️ भीलवाड़ा
7. ल्हासी परियोजना ➡️ बारा
8. आलणिया, तकली परियोजना ➡️ कोटा
9. गरदड़ा, चाकण, गुढ़ा परियोजना ➡️ बदी
10.हरिशचन्द्र सागर परियोजना ➡️ कोटा, झालावाड
11. गम्भीरी परियोजना ➡️ चित्तौड़गढ़
12. पार्वती परियोजना ➡️ धौलपुर
13. मोती झील परियोजना ➡️ भरतपुर
14. जसवन्त सागर बाँध ➡️ जोधपुर
15. जवाई बाँध ➡️ पाली
16. सेई+सोमकागदर परियोजना ➡️ उदयपुर
17. सुकली सेलवाड़ा परियोजना ➡️ सिरोही
18. हरसौरा बाँध ➡️ नागौर
19. भीमसागर परियोजना ➡️ झालावाड़
20. चौली परियोजना ➡️ झालावाड़
21. नन्दसमन्द परियोजना ➡️ राजसमन्द
22. सोम–कमला-अम्बा ➡️ डगरपुर
23. मूंडौती परियोजना ➡️ अजमेर
24. लसाडिया परियोजना ➡️ अजमेर
25. नारायण सागर परियोजना ➡️ अजमेर
26. टोरड़ी सागर बाँध ➡️ टोंक
27. चूलीदेह परियोजना ➡️ करौली
28. इन्दिरा लिफ्ट परियोजना ➡️ करौली
28. पांचना परियोजना ➡️ करौली
29. अजाँन बाँध परियोजना ➡️ भरतपुर
30. बन्द बारेठा परियोजना ➡️ भरतपुर
31. मोरा सागर, पिपल्दा लिफ्ट परियोजना ➡️ सवाई माधोपुर
32. बिलास, हिंडलोक, अंधेरी परियोजना, परवन, बैघली, गौपालपुरा परियोजना ➡️ बारां