कालीबंगा सभ्यता
1. जिला - हनुमानगढ़
2. नदी - सरस्वती(वर्तमान की घग्घर)
3. समय - 3000 ईसा पूर्व से 1750 ईसा पूर्व तक
4. काल - कास्य युगीन काल
5. खोजकर्ता - 1952 अमलानन्द घोस
6. उत्खनन कर्ता - (1961-69) बी. बी. लाल, वी. के. थापर
7. बी. बी. लाल - बृजबासी लाल
8. बी. के. थापर - बालकृष्ण थापर
9. शाब्दीक अर्थ - काली चुडि़यां
विशेषताएं
1. दोहरे जुते हुऐ खेत के साक्ष्य
2. यह नगर दो भागों में विभाजित है और दोनों भाग सुरक्षा दिवार(परकोटा) से घिरे हुए हैं।
3. अलंकृत ईटों, अलंकृत फर्श के साक्ष्य प्राप्त हुए है।
4. लकड़ी से बनी नाली के साक्ष्य प्राप्त हुए है।
5. यहां से ईटों से निर्मित चबुतरे पर सात अग्नि कुण्ड प्राप्त हुए है जिसमें राख एवम् पशुओं की हड्डियां प्राप्त हुई है। यहां से ऊंट की हड्डियां प्राप्त हुई है, ऊंट इनका पालतु पशु है।
6. यहां से सुती वस्त्र में लिपटा हुआ ‘उस्तरा‘ प्राप्त हुआ है।
7. यहां से कपास की खेती के साक्ष्य प्राप्त हुए है।
8. जले हुए चावल के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
9. युगल समाधी के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
10. यहां से मिट्टी से निर्मिट स्केल(फुटा) प्राप्त हुआ है।
11. यहां से शल्य चिकित्सा के साक्ष्य प्राप्त हुआ है। एक बच्चे का कंकाल मिला है