संविधान (Constitution) से क्या तात्पर्य है – संविधान एक दस्तावेज है जो एक शासन व्यवस्था की विभिन्न इकाइयों – विधायिका (Legislature), कार्यपालिका (Executory) तथा न्यायपालिका (Judiciary) के बीच परस्पर सम्बन्धों की व्याख्या करता है तथा देश के नागरिकों के इन इकाइयों से सम्बन्ध पर भी प्रकाश डालता है। आसान भाषा में इसे देश का सर्वोच्च कानून कहा जा सकता है
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– भारतीय संविधान का मूल स्वरूप क्या है? – भारतीय संविधान एक लिखित संविधान (Written Constitution) है
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– भारतीय संविधान के लिखित स्वरूप की क्या विशेषता है? – यह विश्व का सबसे वृहद (बड़ा) लिखित संविधान है (इसमें लगभग 80,000 शब्द हैं)
– वह प्रमुख देश कौन सा है जिसका संविधान अलिखित है? – ग्रेट ब्रिटेन
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– वह कौन सा प्रमुख देश है जिसका संविधान लिखित तो हैं लेकिन इसके बावजूद वह बहुत छोटा है? – अमेरिका (अमेरिकी संविधान में मूल रूप से लगभग 4,400 शब्द थे जबकि समस्त संशोधनों के साथ इसमें लगभग 8,000 शब्द हैं)
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– प्रारंभ में भारतीय संविधान का विस्तार कितना था? – इसमें 22 भाग (Parts), 395 अनुच्छेद (Sections) और 8 अनुसूचियाँ (Schedules) थीं
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– वर्तमान में भारतीय संविधान का विस्तार कितना है? – इसमें वर्तमान में 25 भाग, 450 से अधिक अनुच्छेद और 12 अनुसूचियाँ हैं
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– भारतीय संविधान की प्रकृति को समझने के लिए हम क्यों तमाम ब्रिटिश कानूनों का अध्ययन करते हैं? – क्योंकि इन कानूनों ने ही भारतीय संविधान की तरफ कदम बढ़ाने का काम किया तथा भारतीय संविधान के तमाम पक्ष इन्हीं तमाम अधिनियमों पर आधारित हैं
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– भारत में ब्रिटिश सरकार के नियंत्रण का प्रारम्भ किस कानून द्वारा हुआ था? – 1773 के रेगुलेटिंग एक्ट द्वारा
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– किस अधिनियम के द्वारा 1858 में भारत पर ईस्ट इंडिया कम्पनी के स्थान पर ब्रिटिश सम्राट का नियंत्रण हो गया? – भारत सरकार अधिनियम, 1858 (Govt. of India Act, 1858) द्वारा
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– भारत सरकार अधिनियम, 1858 ने भारतीय शासन व्यवस्था को कौन सा महत्वपूर्ण अव्यव प्रदान किया? – भारतीय सिविल सेवा (Indian Civil Service – ICS)
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– किस ब्रिटिश अधिनियम ने देश में एक विधायी परिषद (Legislative Council) स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया? – भारतीय परिषद कानून, 1861 (Indian Councils Act, 1961)
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– किस ब्रिटिश अधिनियम ने देश में प्रांतीय विधानसभाओं (Provincial Legislatures) की स्थापना करने तथा विधायी परिषद (Legislative Council) की शक्तियों में वृद्धि करने का मार्ग प्रशस्त किया? – भारतीय परिषद कानून, 1892 – (Indian Councils Act, 1892 (इस कानून ने हालांकि सरकार में भारतीयों के प्रतिनिधित्व का मार्ग खोला लेकिन फिर भी अधिकांश शक्तियाँ ब्रिटिश शासन के निहित ही रहीं)
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– किस अधिनियम को मार्ले- मिण्टो सुधार अधिनियम के नाम से भी जाना जाता है? – भारतीय परिषद अधिनियम, 1909
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– किस अधिनियम को माण्टेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार के नाम से भी जाना जाता है? – भारतीय शासन अधिनियम, 1919
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– भारतीय संविधान का अधिकतर हिस्सा किस अधिनियम से लिया गया था? – भारतीय शासन अधिनियम, 1935 (गवर्नमेण्ट ऑफ इंडिया एक्ट, 1935)
– भारत को किस अधिनियम के द्वारा स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी? – भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम, 1947 (जो ब्रिटिश संसद द्वारा 18 जुलाई, 1947 को पारित किया गया था)
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